Jamin Survey New Guidelines : नमस्कार दोस्तों, बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अगस्त से राज्य के लगभग 45,000 गांवों में एक साथ भूमि सर्वेक्षण कार्य शुरू किया गया है। इस अभियान में पुराने नियमों को संशोधित कर नई नियमावली लागू की गई है, जिससे भूमि स्वामित्व से जुड़े मामलों में पारदर्शिता और सरलता आएगी। यह लेख आपको इस नई नियमावली, इसके महत्व, एवं सर्वेक्षण प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी देगा।
Read Also-
Jamin Survey New Guidelines : Overview
Article Title | Jamin Survey New Guidelines |
Article Type | Sarkari yojana |
New Update | सर्वे नियमावली में बदलाव |
Department | राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग |
Survey Mode | Offline |
भूमि सर्वेक्षण क्यों आवश्यक है? ; Jamin Survey New Guidelines
भूमि सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य भूमि स्वामित्व के विवादों को खत्म करना तथा डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करना है। इस प्रक्रिया से यह सुनिश्चित किया जाता है कि हर नागरिक के पास अपनी जमीन के दस्तावेज़ सही और सुरक्षित हों।
मुख्य बदलाव : Jamin Survey New Guidelines
बिहार सरकार ने सर्वेक्षण के पुराने नियमों में कई अहम बदलाव किए हैं, जो निम्नलिखित हैं:-
- दस्तावेज़ जमा करने की समय-सीमा
- पुराने नियमों में भूमि स्वामी को घोषणा-पत्र प्रस्तुत करने के लिए कम समय मिलता था।
- नई नियमावली के तहत, यह समय सीमा बढ़ाकर 180 कार्य दिवस (6 महीने) कर दी गई है।
- मानचित्र सत्यापन की अवधि
- राजस्व ग्राम के मानचित्र सत्यापन के लिए अब 90 कार्य दिवस (3 महीने) का समय मिलेगा।
- दावा-पत्र प्रस्तुत करने की समय-सीमा
- भूमि स्वामी द्वारा दावा-पत्र प्रस्तुत करने की अवधि अब बढ़ाकर 60 कार्य दिवस (2 महीने) कर दी गई है।
वंशावली में बहन-बेटी का नाम क्यों आवश्यक है? : Jamin Survey New Guidelines
बहन, बेटी, एवं बुआ का नाम वंशावली में जोड़ना अनिवार्य किया गया है। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि कानून के अनुसार, उन्हें पारिवारिक संपत्ति में समान अधिकार मिलना चाहिए।
- पिता की संपत्ति में बेटा एवं बेटी दोनों का बराबर अधिकार होता है।
- वंशावली में उनका नाम होने से भविष्य में उनके अधिकार का दावा आसान हो जाता है।
- यह प्रक्रिया महिला सशक्तिकरण और संपत्ति के समान वितरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
बिहार में भूमि सर्वेक्षण कैसे करवाएं? : Jamin Survey New Guidelines
बिहार में सभी भूमि मालिकों के लिए अपनी भूमि का सर्वे करवाना अनिवार्य है। सर्वे प्रक्रिया के लिए सरकार द्वारा विशेष कैंप आयोजित किए जा रहे हैं।
आवश्यक कदम:
- फॉर्म भरना
- स्वघोषणा प्रपत्र-2
- वंशावली प्रपत्र-3(1)
- दस्तावेज़ जमा करना
- प्रपत्र के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
- सर्वेक्षण प्रक्रिया
- सरकार द्वारा नियुक्त अमीन और अन्य अधिकारियों द्वारा आपकी भूमि का सर्वेक्षण किया जाएगा।
जरूरी दस्तावेज़: Jamin Survey New Guidelines
- खतियान की नकल
- मालगुजारी रसीद
- आधार कार्ड तथा वोटर कार्ड
- मृतक वारिस प्रमाण पत्र
- सक्षम न्यायालय का आदेश (यदि हो)
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया : Jamin Survey New Guidelines
भूमि सर्वेक्षण के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया गया है।
आवेदन करने के चरण:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “स्वघोषणा हेतु प्रपत्र” लिंक पर क्लिक करें।
- लॉगिन पेज पर आवश्यक जानकारी भरकर लॉगिन करें।
- आवेदन फॉर्म में व्यक्तिगत और भूमि से संबंधित जानकारी भरें।
- सभी आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- आवेदन जमा करें तथा आवेदन की स्थिति ट्रैक करें।
भूमि सर्वेक्षण में लाभ : Jamin Survey New Guidelines
- पारदर्शिता: नए नियमों से भूमि स्वामित्व में पारदर्शिता आएगी।
- डिजिटल रिकॉर्ड: सभी भूमि स्वामियों का रिकॉर्ड डिजिटलीकरण किया जाएगा।
- संपत्ति विवादों का समाधान: परिवार और समाज में संपत्ति विवाद कम होंगे।
Jamin Survey New Guidelines : Important Link
निष्कर्ष
बिहार भूमि सर्वेक्षण की नई नियमावली राज्य में संपत्ति से जुड़े विवादों को खत्म करने तथा लोगों को उनके अधिकार देने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है। भूमि मालिकों को इस प्रक्रिया में सक्रिय भाग लेना चाहिए तथा अपने दस्तावेज़ सही समय पर जमा करने चाहिए।
यदि आप इस प्रक्रिया में कोई दिक्कत महसूस करते हैं, तो संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें या वेबसाइट पर जाकर विस्तृत जानकारी प्राप्त करें। धन्यवाद 🙂