Bihar Me Birth Certificate Kaise Banaye-बिहार में जन्म प्रमाण पत्र कैसे बनायें ग्रामीण इलाका में?

Bihar Me Birth Certificate Kaise Banaye : नमस्कार दोस्तों, बिहार सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को तथा अधिक आसान और सुगम बनाने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब लोगों को जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए प्रखंड सांख्यिकी कार्यालय के चक्कर नहीं काटने होंगे, क्योंकि यह सेवा अब पंचायत स्तर पर उपलब्ध कराई जाएगी। सरकार ने इसके लिए पंचायत सरकार भवनों में अलग से काउंटर स्थापित करने का निर्णय लिया है, जहां पंचायत सचिव इन प्रमाण पत्रों को जारी करेंगे।

यह निर्णय हाल ही में हुई कैबिनेट मीटिंग में लिया गया है, जिसके जरिए आम नागरिकों को सरकारी सुविधाओं तक सरलता से पहुंच सुनिश्चित की जाएगी।

Read Also-

Table of Contents

मुख्य हाइलाइट्स:

  • अब पंचायत सचिव बनाएंगे जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र।
  • प्रखंड कार्यालय जाने की अनिवार्यता समाप्त।
  • पंचायत सरकार भवन में अलग काउंटर बनेगा।
  • 1069 पंचायत भवनों का होगा निर्माण।
  • ऑनलाइन प्रणाली से जोड़ा जाएगा।
सरकार का नया फैसला: अब पंचायत स्तर पर बनेगा प्रमाण पत्र– Bihar Me Birth Certificate Kaise Banaye

अब तक बिहार में जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए ग्रामीणों को प्रखंड सांख्यिकी कार्यालय तक जाना पड़ता था। इसमें समय, पैसा और श्रम तीनों की खपत होती थी। लेकिन अब कैबिनेट की मंजूरी के बाद सरकार ने यह सेवा पंचायत सचिव को सौंप दी है। इसका मतलब यह हुआ कि अब हर गांव से जुड़ी पंचायत सरकार भवन में जाकर स्थानीय लोग आसानी से आवेदन कर सकेंगे।Bihar Me Birth Certificate Kaise Banaye

पंचायत सरकार भवन में होगा अलग काउंटर–Bihar Me Birth Certificate Kaise Banaye

इस नई व्यवस्था के तहत पंचायत सरकार भवनों में एक अलग से काउंटर बनाया जाएगा, जहां पंचायत सचिव और संबंधित कर्मचारी आवेदन को प्रोसेस करेंगे। सरकार ने इस कार्य के लिए पंचायत सचिवों को विशेष प्रशिक्षण देने की भी योजना बनाई है, ताकि वे प्रमाण पत्र बनाने में कोई गलती न करें।

प्रमाण पत्र बनाने की जिम्मेदारी किसकी होगी?–Bihar Me Birth Certificate Kaise Banaye

  • अब जन्म के 30 दिन के अंदर पंचायत सचिव के पास आवेदन करना होगा।
  • पंचायत सचिव उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर आवेदन की जांच करेंगे और प्रमाण पत्र जारी करेंगे।
  • मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए भी यही प्रक्रिया लागू होगी।
  • इसके साथ ही सभी रिकॉर्ड को डिजिटल रूप में भी सुरक्षित रखा जाएगा, जिससे भविष्य में खोजने में आसानी हो।

ग्रामीणों को कैसे मिलेगा लाभ?–Bihar Me Birth Certificate Kaise Banaye

इस फैसले से ग्राम स्तर पर रहने वाले नागरिकों को बहुत बड़ा फायदा मिलने जा रहा है। अब उन्हें शहर या ब्लॉक ऑफिस नहीं जाना पड़ेगा। इससे ना सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि भ्रष्टाचार की संभावना भी कम हो जाएगी।

फायदे इस प्रकार हैं:

  • आवेदन प्रक्रिया में पारदर्शिता।
  • प्रमाण पत्र तेजी से जारी होंगे।
  • स्थानीय स्तर पर जानकारी सही होने की संभावना अधिक।
  • बुजुर्गों और महिलाओं को यात्रा की परेशानी से मुक्ति।

1069 पंचायत सरकार भवनों का निर्माण होगा– Bihar Me Birth Certificate Kaise Banaye

सरकार ने इस सेवा को कारगर बनाने के लिए 1069 नए पंचायत सरकार भवनों के निर्माण की स्वीकृति भी दी है। इससे जिन क्षेत्रों में पहले पंचायत भवन नहीं थे, वहां भी यह सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इसके लिए भवन निर्माण विभाग को ज़िम्मेदारी दी गई है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा।

ऑनलाइन प्रणाली से जोड़ा जाएगा प्रमाण पत्र निर्माण– Bihar Me Birth Certificate Kaise Banaye

सरकार ने प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और डिजिटल बनाने की योजना भी बनाई है। इसके तहत प्रत्येक पंचायत भवन में कंप्यूटर और इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे जन्म और मृत्यु का डेटा सीधे ऑनलाइन सिस्टम में दर्ज किया जाएगा। इस डेटा को राज्य स्तर पर एकीकृत किया जाएगा।

अन्य अहम फैसले भी लिए गए

इस कैबिनेट बैठक में केवल पंचायत स्तर पर प्रमाण पत्र बनाने की बात नहीं हुई, बल्कि राज्य में स्वास्थ्य, विकास और अनुसंधान से जुड़ी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर भी निर्णय लिया गया।

राज्य में बनेगी कैंसर रिसर्च सोसाइटी

राज्य सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए बिहार में कैंसर के इलाज और अनुसंधान के लिए “कैंसर केयर और रिसर्च सोसाइटी” के गठन की मंजूरी दी है। इसके लिए 226 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। यह सोसाइटी कैंसर से पीड़ित मरीजों के इलाज और जागरूकता फैलाने में मदद करेगी।

ऑपरेशन सिंधु के शहीद के परिवार को 50 लाख की सहायता

बिहार के सपूत बलिदान सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए राज्य सरकार ने उनके परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही उनके परिजन को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।

बोधगया में बनेगा विशेष ध्यान और अनुभव केंद्र

बोधगया में ध्यान साधना और आध्यात्मिक अनुभव के लिए एक नया केंद्र बनाने की घोषणा की गई है। यह स्थान धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।

दिव्यांगों के लिए क्षेत्रीय आरक्षण

सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि दिव्यांगजनों को नौकरियों में अब क्षेत्रीय आधार पर आरक्षण मिलेगा। इससे उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे।

थर्ड पार्टी ऑडिट होगी पुलों की सेफ्टी की

राज्य में 250 मीटर से अधिक लंबे पुलों की थर्ड पार्टी बिज सेफ्टी ऑडिट कराई जाएगी ताकि उनकी मजबूती और सुरक्षा का आंकलन किया जा सके। इसके लिए आईआईटी और दिल्ली जैसी विशेषज्ञ संस्थाओं को शामिल किया जाएगा।

बिहार सरकार की दिशा में एक क्रांतिकारी बदलाव

बिहार सरकार का यह फैसला सिर्फ जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर नहीं, बल्कि शासन व्यवस्था के विकेंद्रीकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। इससे ग्राम स्तर पर निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी और आम नागरिकों को अपनी समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर ही मिल सकेगा।

Bihar Me Birth Certificate Kaise Banaye: Important Links

निष्कर्ष:

दोस्तों , बिहार सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए उठाया गया यह कदम सराहनीय है। इससे लाखों लोगों को लाभ मिलेगा और व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी। यह पहल सरकारी सेवा को जनता के और करीब लाने का बेहतरीन उदाहरण है।

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1: अब जन्म प्रमाण पत्र कहां से बनेगा?
उत्तर: अब ग्राम पंचायत सरकार भवन में पंचायत सचिव के माध्यम से बनेगा।

प्रश्न 2: क्या पहले की तरह प्रखंड कार्यालय जाना होगा?
उत्तर: नहीं, अब इसकी आवश्यकता नहीं होगी। पंचायत स्तर पर ही प्रमाण पत्र उपलब्ध होंगे।

प्रश्न 3: आवेदन कैसे करें?
उत्तर: जन्म के 30 दिन के अंदर पंचायत सचिव के पास आवेदन करना होगा। वे आवश्यक जांच के बाद प्रमाण पत्र जारी करेंगे।

प्रश्न 4: क्या यह सेवा पूरी तरह मुफ्त है?
उत्तर: सेवा की फीस को लेकर अभी अंतिम निर्देश नहीं आया है, लेकिन सरकार इसे न्यूनतम रखने की योजना में है।

प्रश्न 5: प्रमाण पत्र मिलने में कितना समय लगेगा?
उत्तर: यह प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, जिससे प्रमाण पत्र मिलने में 3 से 7 दिन का समय लग सकता है।

प्रश्न 6: क्या यह व्यवस्था पूरे बिहार में लागू होगी?
उत्तर: हां, यह पूरे राज्य के सभी ग्रामीण इलाकों में लागू की जाएगी।

अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो इसे दूसरों के साथ भी साझा करें ताकि सभी ग्रामीण नागरिक इसका लाभ उठा सकें।

– धन्यवाद!

Leave a Comment